वो भी मेरी ही तरह शहर में तन्हा होगा

उस के दुश्मन हैं बहुत, आदमी अच्छा होगा, वो भी मेरी ही तरह शहर में तन्हा होगा. - बशीर बद्र

उस के दुश्मन हैं बहुत, आदमी अच्छा होगा,  वो भी मेरी ही तरह शहर में तन्हा होगा.  - बशीर बद्र

 

उस के दुश्मन हैं बहुत, आदमी अच्छा होगा,
वो भी मेरी ही तरह शहर में तन्हा होगा.

– बशीर बद्र

us ke dushman hai.n bahut, aadamii achchhaa hogaa
vo bhii merii hii tarah shahar me.n tanhaa hogaa
– Bashir Badr


कोई अफ़साना छेड़ तन्हाई

 

कोई अफ़साना छेड़ तन्हाई,
रात कटती नहीं जुदाई की.

– फिराक गोरखपुरी

ko_ii afasaanaa chhe.D tanhaa_ii
raat kaTatii nahii.n judaa_ii kii
– Firaq Gorakhpuri


लाज़िम था कि देखो मेरा रास्ता कोई दिन और

लाज़िम था कि देखो मेरा रास्ता कोई दिन और,
तन्हा गए क्यों अब रहो तन्हा कोई दिन और.

– मिर्ज़ा ग़ालिब

[लाज़िम = essential/compulsory]

laazim thaa ki dekho meraa rastaa ko_ii din aur
tanhaa gaye kyo.n ab raho tanhaa ko_ii din aur
– Mirza Ghalib

[laazim = essential/compulsory]


poetry.saavan.in/wp-content/uploads/2015/10/जब-तक़ाज़ा-नींद-का-हो-और-तन्हाई-न-हो.jpg" alt="जब तक़ाज़ा नींद का हो और तन्हाई न हो, उफ़ वो कैफ़ियत कि हो भी और तन्हाई न हो. - असर लखनवी [तक़ाज़ा = demand; कैफ़ियत = state/condition]" width="600" height="315" srcset="http://poetry.saavan.in/wp-content/uploads/2015/10/जब-तक़ाज़ा-नींद-का-हो-और-तन्हाई-न-हो.jpg 600w, http://poetry.saavan.in/wp-content/uploads/2015/10/जब-तक़ाज़ा-नींद-का-हो-और-तन्हाई-न-हो-300x158.jpg 300w, http://poetry.saavan.in/wp-content/uploads/2015/10/जब-तक़ाज़ा-नींद-का-हो-और-तन्हाई-न-हो-160x84.jpg 160w" sizes="(max-width: 600px) 100vw, 600px" />

जब तक़ाज़ा नींद का हो और तन्हाई न हो,
उफ़ वो कैफ़ियत कि हो भी और तन्हाई न हो.

– असर लखनवी

[तक़ाज़ा = demand; कैफ़ियत = state/condition]

jab taqaazaa niind kaa ho aur tanhaa_ii na ho
uff vo kaifiyat ki ho bhii aur tanhaa_ii na ho
– Asar Lucknawi

[taqaazaa = demand; kaifiyat = state/condition]


 एक महफ़िल में कई महफिलें होती हैं शरीक़

एक महफ़िल में कई महफिलें होती हैं शरीक़,
जिस को भी पास से देखोगे वो तन्हा होगा.

– बशीर बद्र

[शरीक़ = included/partner]

ek mahafil me.n ka_ii mahafile.n hotii hai.n shariik
jis ko bhii paas se dekhoge vo tanhaa hogaa
– Bashir Badr

[shariik = included/partner]


By Saavan

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