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ठुकराओ अब के प्यार करो मैं नशे मैं हूँ | शाहिद कबीर |Main Nashe Mein Hoon |Jagjit Singh

ठुकराओ अब के प्यार करो मैं नशे मैं हूँ
जो चाहो मेरे यार करो मैं नशे मैं हूँ

अब भी दिला रहा हूँ यकीने वफ़ा मगर,
मेरा न ऐतबार करो मैं नशे में हूँ

गिरने दो तुम मुझे मेरा सागर संभाल लो,
इतना तो मेरे यार करो मैं नशे में हूँ

मुझको क़दम-क़दम पे बहकने दो वाइजों,
तुम अपना कारोबार करो मैं नशे में हूँ

फिर बेखुदी में हद से गुज़रने लगा हूँ,
इतना न मुझसे प्यार करो मैं नशे में हूँ