मिर्जा…साहिबान पंजाब के चार मशहूर त्रासद प्रेम कथाओं में शामिल है। तीन अन्य हैं हीर…रांझा, सोहिनी…महिवाल और शशि…पुन्नून। मिर्जा…साहिबान एकमात्र ऐसी प्रेम कथा है जहां नायिका ने अपने परिवार को बचाने के लिए अपने प्रेमी की कुर्बानी दे दी। साहिबा ने तीर क्यों तोड़ दिए? जब साहिबा के प्रेम के बारे में उसके भाइयों को… Continue reading Mirzya Song Story & Lyrics in Hindi
Tag: Lyrics
Ae Dil Hai Mushkil Movie Songs Lyrics in Hindi
ऐ दिल है मुश्किल! दिल हमेशा मुश्किल में ले आता है, मोहब्बत की मुश्किलें| मोहब्बत कभी तो होती नहीं, कभी ऐसे शख्स से हो जाती है, जो अपना हो ही नहीं सकता..फिर दिल तड़पता है ताउम्र उसके इंतजार में| तड़पता रहा ताउम्र, तेरे इंतजार में ताक रहा हूं राहे, मुंतजिर मोहब्बत में| *** AE DIL… Continue reading Ae Dil Hai Mushkil Movie Songs Lyrics in Hindi
Dear Zindagi Songs Lyrics in Hindi
जिंदगी से सबको प्यार होता है, नहीं होता तो कभी कभी बनते-बिगड़ते हालातों से| डियर जिंदगी हमेशा हमें आगे बढने को कहती है, बुलाती है इक नई दुनिया में, इस दुनिया से अलग; एकदम अलग, सपनों की दुनिया जो हम बनाना चाहते है…इस दुनिया से अलग| किसी ऐसी ही दुनिया में रहती इक लड़की की… Continue reading Dear Zindagi Songs Lyrics in Hindi
वो मुक़द्दर का सिकंदर जानेमन कहलाएगा
रोते हुए आते है न सब हंसता हुआ जो जाएगा वो मुक़द्दर का सिकंदर जानेमन कहलाएगा वो सिकंदर क्या था ज़िसने ज़ुल्म से जीता ज़हां प्यार से जीते दिलो को वो झुका दे आसमा जो सितारो पर कहानी प्यार की लिख जाएगा वो मुक़द्दर का सिकंदर जानेमन कहलाएगा ज़िंदगी तो बेवफा है एक दिन ठुकराएगी… Continue reading वो मुक़द्दर का सिकंदर जानेमन कहलाएगा
किसी मौसम का झौंका था (Raincoat) by Gulzar
किसी मौसम का झौंका था जो इस दीवार पर लटकी हुई तस्वीर तिरछी कर गया है गये सावन में ये दीवारें यूँ सीली नहीं थीं न जाने इस दफ़ा क्यूँ इनमें सीलन आ गयी है दरारें पड़ गयी हैं और सीलन इस तरह बहती है जैसे ख़ुश्क रुख़सारों पे गीले आँसू चलते हों सघन सावन… Continue reading किसी मौसम का झौंका था (Raincoat) by Gulzar
Munawwar Rana Shayari on ‘Maa’ | ‘माँ’ पर शायरी
मैंने रोते हुए पोंछे थे किसी दिन आँसू मुद्दतों माँ ने नहीं धोया दुपट्टा अपना Maine rote hue ponchhe the kisi din aansoo Muddaton Maa ne nahi dhoya dupatta apna ***** लबों पे उसके कभी बद्दुआ नहीं होती बस एक माँ है जो मुझसे ख़फ़ा नहीं होती Labon pe uske kabhi baddua nahi hoti Bas… Continue reading Munawwar Rana Shayari on ‘Maa’ | ‘माँ’ पर शायरी