अमर ज्योति नदीम

शिक्षा: एम.ए. (अँग्रेज़ी), एम. ए. (हिंदी), पीएच.डी. (अँग्रेज़ी) आगरा विश्वविद्यालय) 1. पेट भरते हैं दाल-रोटी से। दिन गुज़रते हैं दाल-रोटी से। दाल- रोटी न हो तो जग सूना, जीते-मरते हैं दाल-रोटी से। इतने हथियार, इतने बम-गोले! कितना डरते हैं दाल-रोटी से! कैसे अचरज की बात है यारो! लोग मरते हैं दाल-रोटी से। जो न सदियों… Continue reading अमर ज्योति नदीम