अदीम हाशमी

(जन्म: 1946-निधन: 2002) 1. गम के हर इक रंग से मुझको शनासा कर गया वो मेरा मोहसिन मुझे पत्थर से हीरा कर गया हर तरफ़ उड़ने लगा तारीक सायों का गुबार शाम का झोंका, चमकता शह्र मैला कर गया. चाट ली किरनों ने मेरे जिस्म की सारी मिठास मैं समंदर था वो सूरज मुझको सहरा… Continue reading अदीम हाशमी