अख्तरुल-ईमान

जन्म: 1915-निधन: 1995 1. (नज्म और गजलें) यही शाख तुम जिसके नीचे किसी के लिए चश्म-नम हो अब से कुछ साल पहले मुझे एक छोटी सी बच्ची मिली थी जिसे मैंने आगोश में ले के पूछा था, ‘बेटी यहाँ क्यों खड़ी रो रही हो ? मुझे अपने बोसीदा आँचल में फूलों के गहने दिखाकर वो कहने… Continue reading अख्तरुल-ईमान