बच्चे काम पर जा रहे हैं

पढ़िए, राजेश जोशी की यह कविता. किसी छोटू से चाय-पानी-सुट्टा मांगते हुए याद कीजिएगा| बच्चे काम पर जा रहे हैं हमारे समय की सबसे भयानक पंक्ति है यह भयानक है इसे विवरण की तरह लिखा जाना चाहिए लिखा जाना चाहिए इसे सवाल की तरह काम पर क्यों जा रहे हैं बच्चे? क्या अंतरिक्ष में गिर गई हैं सारी… Continue reading बच्चे काम पर जा रहे हैं