समय रहते / रामभरत पासी Saavan 10 years ago समय रहते दबा दो मिट्टी में गहरे उन सड़ी-गली परम्पराओं को बदबू फैलाने से पहले किसी लाश की तरह क्योंकि फिर नहीं झुठला पाओगे तुम पानी और रेत से भरी बाल्टी पर लिखे ‘आग’ जैसे अपने दामन पर लगे बदनुमां धब्बे को।